दैनिक कांति 24 न्यूज़
ब्यूरो रिपोर्ट आज़मगढ़
फूलपुर तहसील क्षेत्र के आंधीपुर गांव में शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश एवं मध्यप्रदेश के पूर्व राज्यपाल स्व रामनरेश यादव के पिता आदर्श शिक्षक स्व मुंशी गया प्रसाद यादव की 127 वीं जयंती सादगी के साथ मनायी गयी। इस दौरान उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया है।
पूर्व विश्लेषक हिंडाल्को डॉ सुरेश यादव ने कहा कि मुंशी गया प्रसाद यादव आजादी की लड़ाई के समय एक तरफ जहां बच्चा बच्चा अंग्रेजों से देश को मुक्त कराने के लिए लड़ रहा था तो वहीं मुंशी गया प्रसाद युवाओं में शिक्षा की अलख जगा रहे थे। मुंशी गया प्रसाद 1917 से 1958 तक प्राइमरी पाठशाला अंबारी में अध्यापक रहे। मुंशी जी का विश्वास था कि बिना शिक्षा के सामाजिक की कुरीतियों को दूर नही किया जा सकता। उन्होंने 1950 में जनता जूनियर हाईस्कूल की स्थापना करने के साथ ही इस क्षेत्र में शिक्षा की अलख जगायी थी। मुंशी जी उस समय सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास एवं सबका सहयोग के तहत कार्य करते थे। मुंशी जी के सपनो को साकार करने के लिए मुंशी जी के बेटे पूर्व मुख्यमंत्री रामनरेश यादव ने बालिकाओं की शिक्षा के लिए राजकीय इंटर कालेज के साथ गयाप्रसाद स्मारक राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय की स्थापना किया । राजकीय आईटीआई की स्थापना किया । आज अंबारी क्षेत्र शिक्षा की नगरी के रूप में ख्याति अर्जित कर रहा है। स्व मुंशी गया प्रसाद यादव के पुत्र पूर्व विश्लेषण हिंडाल्को डा सुरेश यादव ने बताया कि जयंती कार्यक्रम सुबह 8 बजे से सादगी के साथ मनाया गया। डॉ सुरेश यादव सावित्री यादव, पूनम यादव, नूतन यादव, कुणाल यादव, दिनेश राजभर, निक्कू राजभर, भोले राजभर, प्रवेश गौड़, उदयराज बिंद, दुर्गेश बेंबनशी, किशन राजभर, अनिकेत राजभर, रंजीत राजभर, लोकेश राजभर, सागर राजभर आदि मौजूद रहे।